भूख से अधिक खाने से उल्टी सीधी सांसे आने लगती हैअपच हो जाती है। कहते हैं कि गंवार आदमी खा मरे या लद मरे।

इस लिए कम खाना और गम खाना फायदेमंद होता है। ।
अधिक मीठा खाने से क्या होता है?
अधिक मात्रा में मीठा खाने के कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं, और इसका अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यहां कुछ प्रमुख प्रभाव हैं जो अधिक मीठा खाने से हो सकते हैं
डायबिटीज:अधिक मीठा खाने से इंसुलिन का उत्पाद कम हो सकता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।

ओवरवेट और ओबेसिटी:मीठे और अत्यधिक मीठा खाने से बढ़े हुए कैलोरी का सेवन हो सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है और ओवरवेट और ओबेसिटी का खतरा बढ़ सकता है।
हृदय स्वास्थ्य:अधिक मीठा खाने से हृदय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि हाई ब्लड प्रेशर और अत्यधिक शर्करा स्तर के कारण हृदय समस्याएं।
डाइजेस्टिव समस्याएं:अधिक मीठा खाने से पाचन प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे कब्ज, अम्लता, और गैस की समस्याएं हो सकती हैं।
कैविटीज़:मीठा खाने से मुख में बैक्टीरिया का विकास हो सकता है, जिससे दांतों में कैविटीज़ का खतरा बढ़ सकता है।
प्रतिरक्षण शक्ति में कमी:अधिक मीठा खाने से इम्यून सिस्टम की कमजोरी हो सकती है और संक्रमण का सामना करना मुश्किल हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य:अधिक मीठा खाने से व्यक्ति थका हुआ और चिढ़ा हुआ महसूस कर सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य पर असर कर सकता है।
मानव शरीर के लिए मीठा आवश्यक है, लेकिन इसे मानव सेहत के लिए सुरक्षित सीमा में ही खाना चाहिए। संतुलित और स्वस्थ आहार की शिक्षा लेना और अधिकतम मीठा सीमा में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।